कृपालुजी,केशवानंदजी,नित्यानंदजी आदि संतों के बाद बापूजी
पर इस प्रकार के झूठे लांछन, भारतीय संस्कृति पर प्रहार हैं
भारतीय
संस्कृति को नष्ट करने के षड्यंत्र के तहत बापू जी पर झूठे, बेबुनियाद आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजा गया।
आज
भारत में संस्कृति के आधारस्तम्भ निर्दोष संतों पर अत्याचार किये जा रहे हैं, फिर भी हम सब जाग नहीं रहे हैं।
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