सारे चैनल दो कारणों से दुष्प्रचार करते हैं। एक तो बड़ा कारण है स्पोंसरशिप, दूसरा कारण है टीआरपी। कुछ आसान काम है जो सब कर सकते है
कुप्रचार कर रहे चैनलों को बंद कर दें। अगर 6 करोड़ साधक ऐसे चैनलों को बंद कर दें तो ये सारे अनाप-शनाप बोलनेवाले बंद हो जायेंगे।
दूसरा, सोशल मीडिया में ऐसे चैनलों के जो पेज हैं उनको डिस्लाइक करें, उस पर अपनी बातों को रखें।
तीसरा, जिन टीवी चैनलों पर हमारे बापूजी, हमारे धर्म की बदनामी की जा रही है उन पर जो विज्ञापन चल रहे हैं उन कम्पनियों की वेबसाइट से उनके नम्बर और ईमेल आईडी निकालिये और उनको बोलिये कि ‘तुम जिस चैनल को विज्ञापन देते हो वह चैनल मेरे बापूजी का दुष्प्रचार करता है, इस पर विज्ञापन दोगे तो तुम्हारा प्रोडक्ट नहीं लेंगे ।’
चौथा, ऐसे संत-सम्मेलन तहसील, जिला, राज्य स्तर पर, विभिन्न जगहों पर किये जायें। आखिर आज भी टीवी से कई गुना ज्यादा प्रत्यक्ष सत्संग का परिणाम होता है।
- Suresh Chavhanke - Sudarshan TV
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