यहाँ सिर्फ एक एफआईआर दर्ज करो और निर्दोष हिन्दुओं पर तुरंत कार्यवाही शुरु हो जाती है। न तो मेडिकल
रिपोर्ट की सच्चाई देखि जाती है और न एफआईआर कितनी प्रामाणिक है इसकी कोई परख करता
है ।
जूठी शिकायतों के आधार पर माननीय हिन्दू संतों को जेल में डालकर
पूछताछ के बहाने प्रताड़ित करना कहाँ तक उचित ?
इसी
सिद्धान्त पर हमारे निर्दोष संत श्री आशारामजी बापू को इतने महीने से जैल मे
प्रताड़ित किया जा रहा है |
धर्म की स्थापना में सूर्य का स्थान रखने वाले संत आशाराम जी बापू के
साथ अन्याय भारत देश का दुर्भाग्य !
No comments:
Post a Comment