शुक्रवार
को सुनवाई के लिए जैसे
ही पूज्य बापू जी जिला अदालत पधारे उनकी एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़
पड़ी। उनकी भक्ति का आलम कुछ ऐसा था कि एक बूढ़ी माताजी उनसे मिलने को बेचैन हो
उठी। उन्हें संभालने में पुलिस के पसीने आ गए।
चंद सिक्कों के लिए अपने धर्म से गद्दारी करने वाले धर्म द्रोहियों
ने क्या कभी यह रुक कर विचार किया है की एक निर्दोष संत के खिलाफ खेला गया उनका घृणित
दाव व इन साधकों की दिल से निकली आह उन्हें किस नर्क कुंड में झोक देगी
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