सनातन संस्कृति के स्तंभ संत आशारामजी बापू के साथ आज ऐसा व्यवहार क्यों ?
मीडिया वाले जोर-जोर से चिल्लाकर सच को झूठ और झूठ को सच बनाने का प्रयास भले करें परन्तु सोचने वाली बात तो यह है कि यदि किसी लड़की के साथ ऐसी कुछ गलत घटना घटती है, तो क्या उस व्यक्ति के साथ कोई साध्वी खुले आम उनके समर्थन में आएगी ?
यह आज की बात नहीं है कि संतों के ऊपर आरोप किये जा रहे हैं । यह बहुत पहले से चला आ रहा है । द्वापर युग में भगवान कृष्ण का राज बहुत सुंदर तरीके से चल रहा था । महाभारत का युद्ध हुआ । सारे कौरव मर गये । भगवान ने एक दिन प्रभात क्षेत्र में अपने पुत्रों को बैठाया और कहा बेटा एक बात याद रखना । जीवन में सब करना पर कभी भूलकर भी किसी संत का अपमान मत करना ।
-
साध्वी सरस्वती देवी
No comments:
Post a Comment